हर व्यक्ति को किसी न किसी चीज से एलर्जी होती है, इसलिए जानें कारण, लक्षण व बचाव के उपाय

हर व्यक्ति को किसी न किसी चीज से एलर्जी होती है, इसलिए जानें कारण, लक्षण व बचाव के उपाय

डॉ. अनिल चतुर्वेदी

एलर्जी बहुत ही गंभीर किस्म की स्वास्थ्य समस्या है, जिससे लगभग हर व्यक्ति को किसी-न-किसी रूप में दो चार होना पड़ता है। किस व्यक्ति को किस चीज से एलर्जी हो सकती है, यह कहना मुश्किल है। कहा जाता है कि इस आसमान के नीचे जितनी चीजें हैं, सभी एलर्जी पैदा करती हैं। किसी को धुल कण से तो किसी को फूलों से, किसी को मछली से तो किसी को अंडे को एलर्जी हो सकती।

कारण व लक्षण:

एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थ एलर्गन कहलाते हैं। एलर्गन की संख्या सैकड़ो में है। पनीर, गाय का दूध, आटा, अंडे, मछली, और फलियां जैसे खाद्य पदार्थ, कई दवाइयां, रसायनिक पदार्थ, धुल, परागकण आदि सामान्य एलर्गन हैं। इन एलर्गनों के संपर्क में आने पर सांस लेने में कठिनाई, छींक, नाक से पानी आने, सूजन, खुजली, मितली, उल्टी, दस्त और पेट खराब होने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। दमा और परागज ज्वर (हे फीवर) सूंघे जाने वाले एलर्गनों से उत्पन्न होने वाली दो प्रमुख एलर्जी हैं। दमा यानि अस्थमा यूनानी शब्द है, जिसका अर्थ है हांफना या सांस फूलना।

भोजन की एलर्जी खाने के साथ जाने वाले एलर्गनों के कारण होती है। यह किसी भी भोजन से हो सकती है, परन्तु यह अधिकतर दूध, आटा, अंडे और स्ट्रॉबेरीज, शेलफिश, गिरीदार फल तथा भोजन में मिलाए जाने वाले कुछ पदार्थों से होती है। एलर्जी में मितली, उल्टी, तथा अतिसार के आलावा जीभ और होठों में सूजन भी हो सकती है। अगर एलर्गन रक्त में पहुंच जाए तो त्वचा पर एक्जिमा की तरह चकते हो सकते हैं।

स्पर्श या संस्पर्शी द्वारा जो एलर्जी होती है, उनमें संस्पर्शी त्वचाशोथ (कांन्टेक्ट डर्मेटाइटिस) या त्वचा की सूजन और हाइव्ज व पित्ती (अर्टिकेरिया) मुख्य हैं। संस्पर्शी त्वचाशोथ एलर्जी आभूषणों या धोने के पाउडर में उपस्तिथ रसायनों के संपर्क से होती हैं। इसमें त्वचा पर खुजलाहट भरे फफोले हो जाते हैं। हाइव्ज कुछ पौधों के संसर्ग या ठंडे पानी के उपयोग से होता है।

उपचार:

एलर्जी का एक सुगम उपचार एलर्गनों से बचना हैं, परंतु यह पहचान करना हमेशा आसान नहीं होता है कि कौनसे पदार्थ से एलर्जी  के लक्षण उभरते हैं। किस व्यक्ति को किस पदार्थ से एलर्जी है, यह जानने के लिए प्रिक टेस्ट किए जाते हैं।

कुछ दवाइयां भी एलर्जी की रोकथाम में काम आती हैं। जैसा कि बताया गया है कि हिस्टामीन एलर्जी के लिए उत्तरदायी है, इसलिए इसे ख़त्म करने वाली दवा एंटीहिस्टामीन बड़ी लाभदायक हैं। कोर्टिकोस्टेरॉयड नाम की विशेष दवा एलर्जी में बहुत लाभकारी होती है।

(लेखक दिल्‍ली के जाने माने फीजिशियन और जीवनशैली रोग विशेषज्ञ हैं। ये आलेख उनकी किताब फैमिली हेल्‍थ गाइड से साभार लिया गया है। प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित ये किताब hindibooks.org से मंगवाई जा सकती है)

 

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